दो नवीन पार्कों बसई एवं सेमली कांकड की स्थापना से मंदसौर में 2500 करोड़ का निवेश आएगा- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
Madhya Pardesh//मंदसौर। भगवान पशुपतिनाथ की कृपा से धन्य मंदसौर की धरा पर औद्योगिक इकाइयों का शिलान्यास कर मालवा क्षेत्र में आज विकास का एक नया अध्याय जोड़ा है। मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश में निवेश एवं रोजगार के अवसर बढ़ाने हेतु निरंतर कार्यरत है। यह औद्योगिक इकाइयां प्रदेश को ‘औद्योगिक राज्य’ बनाने के साथ ही रोजगार के नए द्वार भी खोलेंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नक्षत्र गार्डन में मंदसौर की औद्योगिक इकाइयों का शिलान्यास एवं उद्यमियों से संवाद किया। 132 करोड़ की मेसर्स हरिओम रिफाइनरी एवं 7.5 करोड़ की मैक्सिकन एग्रो केमिकल लिमिटेड का मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया। कार्यक्रम के दौरान उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा, विधान परिषद, कार्यकारी सभापति विशेषाधिकार समिति के सदस्य एवं पूर्व मंत्री डॉ महेंद्र सिंह, सांसद सुधीर गुप्ता, सांसद बंशीलाल गुर्जर, हीतानंद शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा विजय पाटीदार, सुवासरा विधायक हरदीप सिंह डंग, गरोठ विधायक चंदर सिंह सिसोदिया, मंदसौर विधायक विपिन जैन, विधायक दिलीप सिंह परिहार, नानालाल अटोलिया, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर, सहित अन्य सभी जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारियों में कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद, एमपीआईडीसी के अधिकारी, कर्मचारी, बड़ी संख्या में उद्योगपति, पत्रकार मौजूद थे।
शिलान्यास के पश्चात मुख्यमंत्री ने निवेशकों की सहायता हेतु जिलास्तर पर स्थापित निवेश प्रोत्साहन केन्द्र का वर्चुअल उद्घाटन किया। पावरग्रिड कापर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा मंदसौर में निवेश हेतु मुख्यमंत्री को अभिरूचि पत्र सौंपा। इस पावर ग्रिड के माध्यम से मंदसौर जिले में 1040 करोड़ का निवेश आएगा।
मुख्यमंत्री ने मंदसौर में औद्योगिक विकास के उत्प्रेरण हेतु दो नवीन पार्कों बसई एवं सेमली कांकड की स्थापना की उद्घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो नवीन पार्को से 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। दोनों पार्कों का वीडियो द्वारा प्रस्तुतिकरण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि मंदसौर जिले में दो नवीन पार्कों के स्थापना होने से 100 ईकाईयों के माध्यम से 2500 करोड़ का निवेश आने वाला है। मंदसौर एवं नीमच जिले में सभी तरह की क्षमता और संरचना यहां पर हैं। अब औद्योगिक क्षेत्र में भी कार्य शुरू हो गया है। जग्गा खेड़ी, बसई, सेमली काकड़ नए औद्योगिक क्षेत्र बन रहे हैं। उद्योग लगाने के लिए जिन संसाधनों की आवश्यकता रहती है, वह साधन दिए जा रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र में मध्य प्रदेश देश में नंबर एक पर होगा। उद्योगों के माध्यम से रोजगार मिलता है और उससे समृद्धि आती है।