नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही आचार संहिता लागू हो चुकी है। इस बार चुनाव प्रचार के तौर तरीके, पोस्टर-बैनर के साथ-साथ सोशल मीडिया पर शिफ्ट हो चुके हैं। इसके बाद आचार संहिता का उल्लंघन न हो, इसके लिए सोशल मीडिया पर पुलिस की कड़ी नजर है। बाकायदा दिल्ली पुलिस की सीपैड को नोडल एजेंसी बनाया गया है। साथ ही लोगों को जागरुक रहने की सलाह दी गई है।
दिल्ली पुलिस ने इस बाबत पब्लिक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। जिसमें लोकसभा चुनाव के दौरान एसएमएस या सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिए आपत्तिजनक या भ्रामक संदेश/ पोस्ट वायरल होने से रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया गया है। दिल्ली पुलिस के जॉइंट सीपी भोला शंकर जायसवाल को नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया है। इनकी निगरानी में लोकसभा चुनाव के दौरान एसएमएस या अलग-अलग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिए आपत्तिजनक पोस्ट को रोकने और उचित कार्रवाई करने की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा पब्लिक की सहूलियत के लिए एक हेल्पलाइन नंबर और ईमेल एड्रेस भी जारी किया गया है। जहां पर शिकायत की जा सकती है। इस दौरान फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम, वॉट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म की लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी। जिससे बाकी पोस्ट के अलावा चुनाव में उतरे उम्मीदवार, उनके समर्थक या पार्टी से जुड़े पदाधिकारियों की पोस्ट, कमेंट्स और फोटो पर नजर रखी जा सके।
पुलिस की तरफ से अपील की गई है जिन लोगों को इसतरह के आपत्तिजनक संदेश या पोस्ट मिलते हैं। वे तुरंत नोडल ऑफिसर बात सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर देशभर में चुनावी माहौल को लेकर होम मिनिस्ट्री की I4 सी (इंडियन साइबर क्राइम कंट्रोल एंड को-ऑर्डिनेशन) यूनिट भी इस दिशा में सक्रिय हो चुकी है। अधिकारी ने बताया कि I4 सी चुनाव के लिए फेक वायरल संदेश और डीप फेक को सोशल मीडिया से हटाने के लिए साइबर एक्सपर्ट की एक विशिष्ट टीम बनाई है। इनकी जिम्मेदारी होगी कि जो सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर कोई गलत कंटेंट डालेगा, तब उस सर्विस प्रोवाइडर को सूचित करके हटवा दिया जाएगा।