राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय में चल रही आर्थिक अनियमितता , मामले मे मुख्यमंत्री डॉ.मांहन यादव ने RGPV वित्त शाखा में पदस्थ सभी अधिकारियों को हटाकर उच्च स्तरीय समिति द्वारा जांच कराने के दिये निर्देश, सख्त कार्रवाई होगी
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ.मांहन यादव ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय में चल रही आर्थिक अनियमितता का प्रकरण वित्त शाखा में पदस्थ सभी अधिकारियों को हटाकर उच्च स्तरीय समिति द्वारा जांच कराने के दिये दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने एक्स पर ट्विट कर कहा की इस मामले में दोषी पाए जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर राज्य सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।
भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) के 19.48 करोड़ रुपए प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर किए जाने के मामले में 5 लोगों पर FIR दर्ज की गई है। इनमें यूनिवर्सिटी के तत्कालीन कुलसचिव प्रो. आरएस राजपूत, वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा, कुलपति प्रो. सुनील कुमार, मयंक कुमार (लाभार्थी), दलित संघ सोहागपुर पर 420 समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
इसके बाद यूनिवर्सिटी में धरने पर बैठे । भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री शालनी वर्मा ने बताया कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में छात्रों के करोड़ों रुपए के चेक एफडी कराने के नाम पर हेरफेर कर निजी व्यक्ति के खाते में डाल दिए गए। यह चेक संस्थान के रजिस्ट्रार और कंट्रोलर फाइनेंस के हस्ताक्षर से जारी किए गए। फर्जीवाड़ा पकड़ में न आए इसलिए संस्थान के दस्तावेजों में चेक में खाता नंबर तो वही दिखाया, जिसमें पैसा गया, लेकिन इस खाते को आरजीपीवी का बताया गया। पूरे फर्जीवाड़े का पैसा कुमार मयंक नामक जिस व्यक्ति के खाते में गया, वह आरबीएल में रीजनल मैनेजर था। हेरफेर इस कदर की गई कि आरजीपीवी जिस खाते को आरबीएल में अपना बता रहा है, वह खाता कुमार मयंक के नाम पर एक्सिस बैंक में है।
जांच के दौरान एक्सिस बैंक की दो अलग-अलग शाखाओं में एक जैसे नंबर 25-25 करोड़ की चार संदिग्ध एफडी मिली हैं। विवि की लेखा शाखा में उपलब्ध फिजिकल एफडी की डिटेल के अनुसार, ये 4 एफडी 16 व 19 दिसंबर 2022 को खोली गई। इनकी खाता संख्या 923040051871255, 923040051864723, 923040051869207, 9230400518417733 है। ये भोपाल के कटारा हिल्स की एक्सिस बैंक की शाखा में है। इन पर ब्याज दर 8.20 फीसदी है। इन्हीं चारों नंबर की एफडी नर्मदापुरम जिले के पिपरिया स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में हैं। ये भी 25-25 करोड़ की हैं। पिपरिया शाखा में ये चारों एफडी 31 मार्च 2022 में खोली गई हैं। इन पर ब्याज दर 7.35% है। लेखा शाखा का रिकॉर्ड और बैंक स्टेटमेंट अलग-अलग हैं।
इससे पहले जांच की मांग को लेकर धरना दे रहे ABVP कार्यकर्ताओं से चर्चा करने रविवार को उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार RGPV पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि बैठक कर हमने तय किया है कि रिपोर्ट आई है। उसके आधार पर FIR दर्ज करा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि केवल रजिस्ट्रार ही नहीं बल्कि इस मामले में और भी जो-जो लोग है, चेक पर जिनके साइन हुए हैं। सभी को मुलजिम बनाया जा रहा है। तत्काल प्रभाव से FIR करके यूनिवर्सिटी में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। इसलिए जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। हम हर चीज की मुद्देवार जांच कराएंगे।