Happy Diwali-दीपावली पूजा का शुभ मुहूर्त 2023-आज पूरे देशभर में दीपोत्सव का पर्व दीपावली मनाई जा रही है।
दीपावली को रोशनी, उल्लास और शुभकामनाओं का प्रतीक माना जाता है। आज पूरे देशभर में दीपोत्सव का पर्व दीपावली मनाई जा रही है। यह हिन्दू धर्म का एक प्रमुख पर्व है। यह पर्व पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है। दीपावली को रोशनी, उल्लास और शुभकामनाओं का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि यदि आप सच्चे मन और विधि विधान से पूजा करते हैं, तो धन की देवी मां लक्ष्मी और बुद्धि के देवता गणेश आपसे प्रसन्न रहेंगे। आपका पूरा साल अच्छा बीतेगा और आप पर लक्ष्मी-गणेश जी की कृपा बनी रहेगी।
दीपावली पूजा का शुभ मुहूर्त 2023
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- लक्ष्मी पूजा का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त शाम 5:40 बजे से रात्रि 8:16 बजे तक
- गृहस्थ- घर में पूजा का मुहूर्त शाम 5:41 बजे से रात्रि 8:57 बजे तक
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- दुकान, ऑफिस, कारखाना, प्रतिष्ठान में पूजा का मुहूर्त दोपहर 1:15 बजे से 2:58 बजे तक
- दुकान, ऑफिस, कारखाना, प्रतिष्ठान में पूजा का दूसरा मुहूर्त शाम 5:41 रात्रि 8:57 बजे तक
- सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षार्थियों हेतु विशेष पूजा का मुहूर्त रात्रि 9:00 बजे से 10:34 बजे तक
- सन्यासी एवं साधकों के लिए पूजा का मुहूर्त रात्रि 12:19 बजे से रात्रि 2:32 बजे तक
दिवाली पूजा सामग्री लिस्ट (Diwali 2023 Puja Samagri List)
- मां लक्ष्मी, गणेश जी, माता सरस्वती और कुबेर देव की मूर्ति
- अक्षत्, लाल फूल, कमल के और गुलाब के फूल, माला, सिंदूर, कुमकुम, रोली, चंदन
- पान का पत्ता और सुपारी, केसर, फल, कमलगट्टा, पीली कौड़ियां, धान का लावा, बताशा, मिठाई, खीर, मोदक, लड्डू, पंच मेवा
- शहद, इत्र, गंगाजल, दूध, दही, तेल, शुद्ध घी, कलावा, पंच पल्लव, सप्तधान्य
- कलश, पीतल का दीपक, मिट्टी का दिया, रुई की बत्ती, नारियल, लक्ष्मी और गणेश के सोने या चांदी के सिक्के, धनिया
- आसन के लिए लाल या पीले रंग का कपड़ा, लकड़ी की चौकी, आम के पत्ते
- लौंग, इलायची, दूर्वा आदि।
मां लक्ष्मी एवं श्री गणेश मूर्ति स्थापना
धरती मां को प्रणाम:
दिवाली पर क्या न करें?
- दिवाली के दिन घर के प्रवेश द्वार पर या घर के अंदर कहीं भी गंदगी न रहने दें।
- इस दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को दरवाजे से खाली हाथ न लौटाएं।
- दिवाली के दिन जुआ न खेलें, शराब पीने और मांसाहारी भोजन लेने से बचें।
- भगवान गणेश की ऐसी मूर्ति न रखें, जिसकी सूंड दाहिनी ओर हो।
- किसी को लेदर से बना तोहफा, धारदार तोहफा और पटाखे न दें।
- दीपावली के दिन न कर्ज दें और न लें।
- पूजा स्थल को रात भर खाली न छोड़ें। उसमें इतना घी या तेल डालेंं की वह पूरी रात जलता रहे।