ब्रेकिंग
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज क्रांति दिवस पर उन सभी विभूतियों, सेनानियों और पराक्रमी शूरवीरों क...
मक्सी बाईपास पर डंपर की टक्कर के बाद बस 30 फुट गहरी खाई में गिरी, तीन की मौत, 10 से ज्यादा लोग घायल
नागरिक सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
शासकीय कार्यालयों और बैठकों में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की जगह उनके पति या परिजनों की उपस्थिति पर अ...
गांधी सागर बांध से 891.944 एमसीएम पानी राणा प्रताप सागर बाँध में छोड़ने की अनुमति जारी निर्धारित शर्त...
टैंकर की टक्कर से बुगलिया मे महिला की मौत, आरोपी ड्राइवर पुलिस थाना वायडी नगर मंदसौर में गिरफ्तार
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा दूध के दो रुपए प्रति लीटर की दर से दाम बढ़ाए गए ...
एएसआई फरियादी से 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, भिंड जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ ...
मन्दसौर पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद द्वारा जमीन संबंधी मामलो मे भु माफियाओ के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाह...
भारतीय सेना का शौर्य गर्व का आधार, मुख्यमंत्री ने "ऑपरेशन सिंदूर" को बताया अद्वितीय
मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपने खेमें के नेताओं के साथ एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंचे है। अजित पवार गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, आज हम सब हमारे नेता शरद पवार जी से मिलने आए हैं और हमने उनसे आशीर्वाद मांगा। हमारी इच्छा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एक साथ रहे और मजबूती से आगे काम करे, इसके लिए हमने शरद पवार को विनतीकरते हुए कहा कि वे इस दिशा में विचार करें। हालांकि शरद पवार ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने शांति से हमारी बात सुनी।
प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “आज हमारी मुलाकात हम सबके भगवान शरद पवार से हुई। हम उनका आशीर्वाद लेने के लिए आये थे। हम बिना समय मांगे यहां उनसे मिलने आए थे। हमने उनका पैर छूकर आशीर्वाद लिया और एनसीपी को एकजुट रखने का अनुरोध किया।”
मालूम हो कि शरद पवार के भतीजे अजित पवार हाल ही में एनसीपी के 8 अन्य विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल हो गए। जिससे पार्टी दो धड़ों में बंट गई। हालांकि शरद पवार ने पार्टी को फिर से खड़ा करने की कवायद शुरू की है। 2 जुलाई की दोपहर में अजित पवार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जबकि एनसीपी के 8 नेताओं ने मंत्री के तौर पर शपथ ली। शपथ के करीब दो हफ्ते बाद शुक्रवार को अजित पवार को वित्त विभाग का प्रभार दिया गया, जबकि उनका खेमा सहकारिता और कृषि सहित कई दमदार मंत्रालय पाने में सफल रहा।