अपनी मासुम आठ माह की बच्ची को फांसी पर लटकाया, उसके बाद पत्नी को और फिर खुद भी फांसी पर लटक कर आत्महत्या कर ली, हृदयविदारक घटना मे तीनों की मौत
जबलपुर। पारिवारीक घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। यह हृदयविदारक घटना चरगंवा थाना के बीजना गांव की है जहां एक युवक ने पहले अपनी मासुम आठ माह की बच्ची को फांसी पर लटकाया उसके बाद पत्नी को और फिर खुद भी फांसी पर लटक कर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि बीते कुछ दिनों से पति.पत्नी के बीच विवाद भी चल रहा था। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। तीनों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल भेज घटना की जांच शुरू कर दी है।
अखिलेश यादव के भाई ने दरवाजा खटखटायाए इसके बाद भी जब दरवाजा नही खुला तो झांक कर देखा जहां तीनों फांसी पर लटके हुए थे। परिवार वाले और ग्रामीणों ने तुरंत चरगंवा थाना पुलिस को इसकी सूचना दीए जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोलकर अंदर गईए तो देखा कि अखिलेश उसकी पत्नी और आठ माह की बच्ची फांसी पर लटके हैं।
घटना की सूचना चरगंवा थाना प्रभारी ने वरिष्ठ अधिकारी और एफएसएल की टीम को दी। मौके पर पहुंची एफएसएल की तीन ने जांच कर तीनों शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कालेज रवाना करवाया। घटना को लेकर एएसपी शिवेश सिंह बघेल का कहना है कि पति.पत्नी के बीच अक्सर विवाद करता था। करीब पांच दिन पहले भी अखिलेश और अंजना के बीच विवाद हुआ थाए जिसके बाद अंजना के घर वालों ने आकर दोनों को समझाया भी था। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि बीती रात को भी अखिलेश और अंजना के बीच बहस हुई थी।
अखिलेश के पिता लाखन सिंह यादव ने बताया कि अंजना और अखिलेश का विवाह दो साल पहले हुआ था। अखिलेश राज मिस्त्री का काम किया करता था। लाखन सिंह के मुताबिक वह उसका सबसे छोटा लड़का है। तीनों ही लड़के अपने.अपने परिवार के साथ रहा करते थे। आज सुबह जब वह खेत पर काम कर रहे थे तभी पता चला कि अखिलेश (25 वर्ष) ने फांसी लगा ली है तो खेत से घर पहुंचे जहां देखा कि अखिलेश बहू रंजना (22 वर्ष) और नातिन (8वर्ष) फांसी पर लटके हुए है।