कांग्रेस अध्यक्षजितू पाटवारी ने कहा की मध्यप्रदेश अब तक का सबसे बड़ा बेरोजगार प्रदेश बन गया है? पूर्व की शिवराजसिंह चौहान सरकार ने ढेर सारे नकली वादे किए, कर्ज में डूबी सरकार, अब नशे के कारोबार को भी अपने मुनाफे से जोड़ रही है!
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जितू पटावरी ने एक्स पर टिवीट कर कहा की एक अप्रैल से लागू होने वाले वित्त वर्ष में प्रदेश में क्लब बार, होटल, पर्यटन, रेस्टोरेंट में शराब की बिक्री का लाइसेंस रखने वाले संचालकों द्वारा शराब की बिक्री रात साढ़े 11 बजे तक ही की जा सकेगी, लेकिन यहां रात 12 बजे तक लोग शराब पी सकेंगे! शराब दुकानें सुबह 8.30 बजे से खोली जा सकेंगी, जिसमें एक घंटे में लेखा संधारण की कार्यवाही करना होगी!
प्रदेश में पैदा हुए अंगूर और जामुन के अलावा अन्य फलों तथा प्रदेश में उत्पादित शहद और संग्रहित हनी (शहद) से वाइन बनाने की अनुमति रहेगी. इस तरह की वाइन पर आबकारी शुल्क नहीं वसूल किया जाएगा!
नीति में कहा गया है कि मध्यप्रदेश में उत्पादित किए जाने वाले अंगूर से बनने वाली शराब को बेचने का काम प्रदेश की उन सभी शराब दुकानों (वाइन और एयरपोर्ट काउंटर को छोड़कर) या कम्पोजिट शॉप में किया जा सकेगा, जिसमें देसी और विदेशी दोनों ही तरह की शराब की बिक्री की जाती है! हेरिटेज मदिरा को लेकर आबकारी विभाग की रियायत इस साल भी जारी रहेगी!
श्री पाटवारी ने कहा की डॉ-मोहन यादव, बस यह समझ नहीं आता कि इस तरह की विस्तारित योजना युवाओं और किसानों के लिए कभी क्यों नहीं आती? क्यों किसान बीज-खाद के लिए तरसता रहता है? क्यों मध्यप्रदेश अब तक का सबसे बड़ा बेरोजगार प्रदेश बन गया है? पूर्व की शिवराजसिंह चौहान सरकार ने ढेर सारे नकली वादे किए, सार्वजनिक आयोजनों में शराबबंदी को लेकर खूब नौटंकी की. लेकिन, असलियत सामने है! जबकि भारती जनता पार्टी के रामराज में शराब को खराब बताने वाली सुश्री उमा भरती जैसी वरिष्ठ नेत्री का सार्वजनिक विरोध भी जहर के इस कारोबार को रत्तीभर भी प्रभावित नहीं कर पाया! कर्ज में डूबी सरकार, कर्ज लेकर प्रदेश चला रही है और नशे के कारोबार को भी अपने मुनाफे से जोड़ रही है! भाजपा सरकार को याद रखना चाहिए कि शराब से पीड़ित लाखों परिवार बड़ी उम्मीद से सरकार की तरफ देखते हैं और यह उम्मीद रखते हैं कि नशे के इस कारोबार पर धीरे-धीरे ही सही, लेकिन लगाम कसी जाएगी!