नीमच जिलेवासियों ने एक दिन में 7642 यूनिट रक्तदान कर इतिहास रचा, रक्तदान में नीमच जिले के नाम वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड में दर्ज होगा
नीमच। मध्यप्रदेश, नीमच जिले की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने तथा मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत 34 स्थानों पर शनिवार को रक्तदान शहीदों के नाम महाअभियान के तहत सभी के सहयोग से रक्तदान शिविर आयोजित किए गए।
कलेक्टर श्री दिनेश जैन के मार्गदर्शन में शहीदों को समर्पित इन रक्तदान शिविरों में रक्तदान कर नीमच जिले ने इतिहास रचा है। एक दिन में सर्वाधिक 7642 यूनिट रक्तदान कर नीमच जिले का नाम वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड में दर्ज होने जा रहा है। इस उपलब्धि का श्रेय कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने नीमच जिले के सभी सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक टीम, प्रेस एवं मीडिया जगत के प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, आम नागरिकों और रक्तदान दाताओं को देते हुए सभी का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है।
कलेक्टर दिनेश जैन ने माहेश्वरी भवन नीमच में कैट व्यापारिक संगठन व्दारा आयोजित रक्तदान शिविर के समापन अवसर पर कहा कि नीमच जिले में सभी के सहयोग से 7642 यूनिट रक्तदान शनिवार को शाम 6 बजे तक सम्पन्न हो चुका है। जो अपने आप में एक रिकार्ड है।
रक्तदान शिविर के शुभारंभ अवसर पर विधायक नीमच दिलीप सिह परिहार, न.पा.अध्यक्ष श्रीमती स्वाति चौपडा, पवन पाटीदार, पूर्व न.पा.अध्यक्ष राकेश पप्पु जैन, कलेक्टर दिनेश जैन, एसपी अमित कुमार तोलानी, एडीएम सुश्री नेहा मीना, जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद, सहायक कलेक्टर सृजन वर्मा, एसडीएम डॉ.ममता खेडे, डिप्टी कलेक्टर सुश्री किरण आंजना,सहित विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के पदाधिकारी, सदस्य उपस्थित थे। शहीदों के नाम समर्पित रक्तदान शिविरों में जिले के नागरिकों ने बढचढ कर हिस्सा लिया और स्वैच्छिक रूप से रक्तदान किया।
कलेक्टर दिनेश जैन ने दिगम्बर जैन मांगिलक भवन नीमच में जिला प्रेस क्लब दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप,(मेन), दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप (जिनागम) रोटरी क्लब नीमच के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित रक्तदान शिविर में पहुंचकर स्वयं रक्तदान किया और रक्तदाताओं का सम्मान भी किया। जिला प्रेस क्लब नीमच व्दारा पांच रक्तदान शिविरों में पूर्ण रूपेण सहयोग किया गया। जिनमें नीमच दिगम्बर जैन मांगलिक भवन सहित सिंगोली, रतनगढ, नयागांव, रामपुरा के रक्तदान शिविर भी शामिल है।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार तोलानी ने माहेश्वरी भवन में आयोजित रक्तदान शिविर में पुलिस अधिकारियों के साथ स्वैच्छिक रक्तदान किया गया। एडीएम सुश्री नेहा मीना ने भी माहेश्वरी भवन शिविर में स्वैच्छिक रक्तदान किया। कलेक्टर श्री जैन ने एसपी एवं एडीएम को स्मृति स्वरूप पौधा की चेन एवं प्रशस्ति पत्र भेंट किया।
कलेक्टर श्री जैन, विधायक श्री परिहार ने 25 से अधिक बार रक्तदान कर चुके 42 रक्तदान दाताओं को पौधा, प्रशस्ति पत्र व की चेन भेंट कर सम्मानित भी किया।
कलेक्टर ने लिया रक्तदान शिविरों का जायजाः- कलेक्टर दिनेश जैन ने शनिवार को नीमच के माहेश्वरी भवन, दिगम्बर जैन मांगलिक भवन नीमच, अग्रवाल पंचायत भवन बघाना, झांझरवाडा, सावन, व्दारकापुरी धर्मशाला मनासा, जनपद हाल मनासा, हास्पिटल कुकडेश्वर एवं चचोर में आयोजित रक्तदान शिविरों का निरीक्षण कर, व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा रक्तदान करने वाले रक्तदान दाताओं से चर्चा कर, उनका उत्साह वर्धन कर, उन्हें प्रशस्ति पत्र, पौधे एवं की चेन भेंट कर सम्मानित किया।
रक्तदान महाअभियान की सफलता पर कलेक्टर ने सभी का आभार जतायाः– कलेक्टर दिनेश जैन ने शनिवार को नीमच जिले में शहीदों के नाम रक्तदान महाअभियान के तहत सफलतापूर्वक आयोजित रक्तदान शिविर में किए गए सहयोग के लिए सम्पूर्ण नीमच जिलावासियों, सभी स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं मीडिया के प्रतिनिधियों, अधिकारी, कर्मचारियों, पुलिस प्रशासन की टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम, भूतपूर्व सैनिकों, जनसेवा मित्रों, रेडक्रास के सदस्यों, ब्लड बैंक नीमच की टीम तथा नीमच जिले के समीपवर्ती जिलो से आई ब्लड बैंक की टीमों के सदस्यगणों का सहयोग के लिए आभार जताते हुए सभी को बधाई दी है।
तीन भाइयों ने जनपद हाल मनासा में किया एक साथ रक्तदानः– नीमच मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत 12 अगस्त को नीमच जिले में आयोजित शहीदों के नाम रक्तदान महा अभियान के तहत जनपद पंचायत सभाकक्ष मनासा में आयोजित शिविर में ग्राम अल्हेड़ के तीन भाइयों ने एक साथ पहुंचकर अपना पंजीयन करवाया और स्वैच्छिक रक्तदान किया।
कलेक्टर दिनेश जैन ने रक्तदान शिविर के निरीक्षण दौरान अल्हेड़ निवासी युवक विनोद माली ने 11वीं बार, राजू माली ने तीसरी बार और विष्णु माली ने पहली बार रक्तदान महाअभियान के तहत रक्तदान किया।
देवरी खवासा में आयोजित रक्तदान शिविर में देवरी खवासा की बहू और खजूरी नंद लाल पाटीदार की बेटी शीला पाटीदार ने पहली बार पहुच रक्तदान किया। जिसका गॉव वालो ने स्वागत सम्मान किया। पहले इनके मन मे रक्तदान के प्रति बहुत डर था। जब इनका हौसला बढ़ाया तब जाकर इन्होंने रक्तदान किया और ख़ुशी जाहिर की है।