बगैर बंटवारा दलौदा तहसीलदार ने किया नामांतरणकर, निलेश पटेल ने आक्या उमाहेड़ा के किसान परिवार की पेतृक संपति सहकृषक के नाम दर्ज की, शिकायत सीएम हेल्प लाइन मे 4 लेवल पर पहॅची
Madhya Pardesh//मंदसौर। सरकार भ्रष्टाचार रोकने के लिए कितने ही डिंगें हाक ले पर जब तक भ्रष्ट अधिकारी कुर्सीयों पर बैठे तब तक यह भ्रष्टाचार अनवरत जारी रहेगा और ईमानदार गरीब इंसान कोर्ट के चक्कर लगा लगा कर अपने जुते धीसते रहेगें। ऐसे ही एक मामले मे राजस्व विभाग दलौदा के नायब तहसीलदार ने आक्या उमाहेड़ा के किसान परिवार के पेतृक संपति खेती की भूमि सर्वे क्रमांक 1864 के बंटावारें के बगैर जमीन रकबा 1.670 मे से रकबा 0.050 हे. बिक्री पर एक तरफा आदेश पारित कर क्रेता के नाम नामांतरण दर्ज कर दिया और पारिवारीक सदस्य की और से आपत्ती दर्ज का निराकरण भी कर दिया गया, जबकि उक्त भूमि पर पटवारी रिपोर्ट पंचनामे मे साफ साफ लिखा है की विक्रेता का उक्त खाते का स्वमित्व निर्धारण नही हुआ है और बीना बंटवारा हुए किसी सह कृषक को भूमि विक्रय का अधिकार नही है।
सुत्रों की माने तो अधिकार विहिन की और से जमीन विक्रय होना मतलब कही ना कही क्रेता-विक्रेता से राजस्व अधिकारी के बीच बड़ा लेनदेन हुआ है ऐसा प्रतित होता है।
यहां यह उल्लेखनीय है की सर्वोच्च न्यायालय के मुताबिक, अविभाजित संपत्ति का सह-स्वामी अपने हिस्से का सीमांकन किए बिना संपत्ति नहीं बेच सकता, अगर कोई व्यक्ति बिना बंटवारे के जमीन बेचता है, तो उसे अन्य सह-मालिकों के साथ निपटान करना होगा, तो उसके खि़लाफ़ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। पुलिस ऐसा करने वाले के विरूद्ध जालसाज़ी, जबरन वसूली, और धोखाधड़ी का मामला संबंधित पुलिस स्टेशन मामला दर्ज कर कार्यवाही करेगा।
कृषक महेन्द्रसिंह ने बताया की दलौदा तहसील के तहसीलदार के खिलाफ इस मामले मे मुख्यमंत्री एवं राजस्व विभाग को पत्र के माध्यम से शिकायत की गई। दलौदा के तत्कालिन तहसीलदार ने बगैर बंटवारा जमीन का नामांतरण किया, निलेश पटेल भृष्टाचार के इस खेल को अंजाम देकर तबादला आदेश लेकर वर्तमान मे तहसील मंदसौर मे है। शिकायत मे महेन्द्रसिंह ने बताया की मेरे परिवार की पैतृक संपति खेती की जमीन मंदसौर जिला के दलौदा तहसील के आक्या उमाहेड़ा ग्राम स्थित क्रमांक 1864 के बंटावारें के बगैर जमीन रकबा 1.670 मे प्रहलाद, मंगलसिंह, सुगनकंवर, चमनकुवर, शक्तिसिंह, महेन्द्रसिंह आदी के नाम दर्ज है। घोल खाता है। बीना बंठवारा के घोल खाता से रकबा 0.050 हे. बिक्री और नामातरण मामले मे बड़ा लेनदेन हुआ है और बगैर लेनेदेन के कोई अधिकारी नियम विरूद्ध कैसे कोई आदेश पारित कर सकता है। बतादें, जिले मे राजस्व न्यायालय के नाम पर फर्जीवाड़ा और भृष्टाचार को लेकर लंबे समय से सोशल मीडिया पर भी निलेश पटेल पर कई तरह के आरोप सामने आ रहे है। यह खबर दैनिक बलवास टाइम्स भोपाल के अंक मे 14 जनवरी 2025 को प्रकाशित हुई है। प्रशासन को इस मामले को संज्ञान मे ले और तुरंत निष्पक्ष जांच करना हो।
बगैर बंटवारा नामांतरण की सीएम हेल्प लाईन 4 लेवल पर भी शिकायत प्रचलित
शिकायत कर्ता कृषक महेन्द्रसिंह ने बताया की उक्त मामले मे पेरे द्वारा सीएम हेल्प लाईन पर दर्ज शिकायत क्रमांक 29684007 एल 4 लेवल पर प्रचलित है जिस 11 फरवरी 2025 को वर्तमान स्थिति मे शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि आवेदक की भूमि की फर्जी तरीके से तहसीलदार और पटवारी द्वारा रजिस्ट्री की गई है जिसके लिए आवेदक द्वारा आपत्ती लगाई गई है फिर भी नामान्तरण किया जा रहा है आवेदक चाहते है की फर्जी रजिस्ट्री को निरस्त किया जाए। जिससे आवेदक को काफी समस्या आ रही है। जाँच कर कार्यवाही की जाए कृपया समस्या का जल्द से जल्द निराकरण किया जाए।
इनका कहना- बगैर बंटवारा मामले मे देखना पढेगा, आक्या उमाहेड़ा के किस किसान का नामांतरण हुआ, अभी याद नही है।- निलेश पटेल -तहसीलदार मंदसौर म.प्र.