मंदसौर नवांगत कलेक्टर श्रीमती गर्ग सभी जिलाधिकारी से परिचय प्राप्त करते हूए कहा मिलकर परस्पर संवाद के साथ बेहतर काम करें। वर्षा काल के दौरान पुल पुलिया पर ग्राम कोटवार एवं जीआरएस की ड्यूटी लगाए
पुल पुलिया पर पानी होने पर कोई व्यक्ति पुलिया पार न करे, सख्ती से पालन कराए
सभी अधिकारी बैठक में संपूर्ण जानकारी के उपस्थित रहे
Madhya Pardesh//मंदसौर। नवीन कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग ने सुशासन भवन में स्थित सभा कक्ष में जिला अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। इस दौरान कलेक्टर ने सभी जिलाधिकारियों को अपने परिचय से अवगत कराया तथा सभी को कहा कि सभी मिलकर परस्पर संवाद के साथ बेहतर काम करें। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री कुमार सत्यम, वन मंडल अधिकारी श्री संजय रायखेडे, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल, सभी जिलाधिकारी मौजूद थे।
साप्ताहिक अंतर विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान बाढ़ एवं राहत के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्षा काल के दौरान पुल पुलिया पर पानी होने की स्थिति में कोई भी व्यक्ति पुल को पार न करें। इसका सख्ती से पालन कराया जाए। इसके लिए ग्राम कोटवार एवं जीआरएस की ड्यूटी लगाए। सभी पुल पुलिया पर चेतावनी बोर्ड तथा बेरी गेटिंग भी लगवाए। वर्षा काल के दौरान अगर कोई घटनाएं होती है तो उस पर अधिकारी तुरंत कार्यवाही करें। भू अभिलेख विभाग वर्षा काल में घटनाओं संबंधित जानकारी तुरंत पोर्टल पर अपडेट करें। निचली बस्तियां जहां पर वर्षा काल के दौरान पानी घुस जाता है। उस संबंध में विस्तार से जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ के समय निचली बस्ती में लोगों को पहले से सतर्क करें। गांधी सागर एई को निर्देश देते हुए कहा कि गांधी सागर गेट खोलने की सूचना समय से पहले लोगों को प्रदान करें। इसके लिए निश्चित प्रोटोकॉल का तुरंत पालन किया जाए।
सभी जिलाधिकारी इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखें की बैठक के संबंध में विभाग से संबंधित संपूर्ण जानकारियां लेकर आए तथा एक-एक जानकारी मौखिक याद होनी चाहिए। बिना जानकारी कोई भी अधिकारी बैठक में न बैठे।
पीएचई विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में कोई भी बोरवेल खुले नहीं होने चाहिए, इस संबंध में रिपोर्ट तुरंत प्रस्तुत करें। वर्षा काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की जानकारी ली तथा स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते कहा कि वर्षा कल के दौरान दल हमेशा अलर्ट मोड़ में रखे। जिले के सभी अस्पताल एवं डॉक्टर हमेशा सतर्क रहे। इसके साथ ही सभी विभागों के कार्यों के संबंध में विभाग बार समीक्षा की तथा जो कार्य शेष बचे हुए हैं, उनको जल्द पूर्ण करने की निर्देश दिए।