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भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों का वेतन कम नहीं है। एक शिक्षक अपने वेतन से माता-पिता और बच्चों की भली भांति देखभाल कर सकता है, परंतु पैसे की भूख लोगों से ऐसे अपराध भी करवा देती है जिसके कारण उनकी अपनी सरकारी नौकरी भी खतरे में पड़ जाती है। खरगोन का एक सरकारी शिक्षक, इंदौर में नकली नोटों का धंधा करता था। पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है।
शिक्षक का नाम सिद्दीकी मोहम्मद निवासी सनावद जिला खरगोन बताया गया है। इंदौर पुलिस ने बताया कि उन्होंने सिद्दीकी मोहम्मद के साथ शाहरुख और शेर निवासी सनावद, मंसूरी निवासी पंधाना खंडवा और दिलीप सिंह निवासी कसरावद जिला खरगोन को गिरफ्तार किया है। इन सबके पास से ₹90000 मूल्य के नकली नोट पकड़े गए हैं। इनमें ₹500 के 180 नोट है। इंदौर पुलिस ने दावा किया कि यह लोग नकली नोट छापने का धंधा करते हैं। इंदौर में कमल नाम के व्यक्ति को सप्लाई करने के लिए आए थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी सिद्दीकी मोहम्मद मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद पर पदस्थ है परंतु 3 साल से सस्पेंड चल रहा है। उसने कहीं गंभीर घोटाले किए हैं जिनकी जांच चल रही है। पुलिस ने कहा कि अभी तो हमने केवल आरोपियों को पकड़ा है। इनकी प्रिंटिंग प्रेस कहां पर है और इंदौर के अलावा कहां-कहां नकली नोटों की सप्लाई करते थे सब कुछ पता करना बाकी है। @c