पत्नि देर रात कार्यालय से आई तो पति ने एतराज तजाया, विवाद हूआ, लगी आग तो घर मे सामान के साथ पति भी जलगया, मौत, पुलिस जांच में जुटी
भोपाल । भोपाल के अवधपुरी थाना क्षेत्र स्थित नक्षत्र एन्क्लेव निवासी एक एनजीओ के कर्मचारी की घर में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से जलकर मौत हो गई है। घर का पूरा सामान भी जलकर खाक हो गया है। आग किन परिस्थितियों में लगी, इसका खुलासा नहीं हो सका है। आग लगना हादसा है या सुनियोजित तरीके से लगाई गई, पुलिस इसकी जांच कर रही है। आगजनी से पहले पत्नी के देर रात 12 के बाद घर आने पर पति से विवाद हुआ था। आग देर रात करीब एक बजे के बाद लगी। वहीं, 5वीं मंजिल पर फ्लैट होने के कारण आग बुझाने में काफी दिक्कत हुई। पुलिस आगजनी में एनजीओ कर्मचारी की मौत की सभी एंगल से जांच कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार देर रात करीब एक बजे एक बिल्डिंग में आग लगने की घटना हो गई। इसमें बिल्डिंग में रहने वाले एनजीओ कर्मी की मौत हो गई। रात में ही फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया था। पुलिस के मुताबिक अवधपुरी में नक्षत्र अपार्टमेंट में शनिवार रात करीब एक बजे आग लगने की सूचना मिली थी। पांचवीं मंजिल पर दंपती का फ्लैट है। घटना में 46 साल के एस. प्रदीप की झुलसने से मौत हो गई। उनकी पत्नी सुरक्षित हैं। दो घंटे की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया। हालांकि पुलिस भी आग लगने की वजह तलाश रही है। अवधपुरी थाना प्रभारी रोशनलाल भारती ने बताया कि 46 वर्षीय एस प्रदीप अपनी 38 वर्षीय पत्नी निहारिका के साथ रहते थे। एस प्रदीप एनजीओ में कार्य करते थे। कुछ साल से वह एनजीओ के छत्तीसगढ़ के रायपुर में स्थित कार्यालय में पदस्थ थे। एस प्रदीप ने भोपाल में बचपन नाम की एनजीओ में काम करने वाली निहारिका से पिछले वर्ष वेलेंटाइन डे 14 फरवरी को शादी की थी।
थाना प्रभारी ने बताया कि शादी के बाद भी नौकरी की वजह से निहारिका भोपाल में रहती हैं और एस प्रदीप रायपुर में रहते थे। एस प्रदीप कभी-कभी ही भोपाल आते। एक दिन पहले ही एस प्रदीप रायपुर से भोपाल आए थे। बीती रात उनकी पत्नी एनजीओ के किसी कार्य से देर रात 12 बजे घर पहुंचीं तो उन्होंने एतराज जताया। इसके बाद किसी बात पर दोनों में बहस होने लगी और विवाद हो गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि रात करीब एक बजे पड़ोसियों अनुसार पति-पत्नी के बीच विवाद सुना था। इसके कुछ ही देर बाद पड़ोसियों ने फ्लैट से आग का धुआं निकलता देखा। इसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी थी। 5वीं मंजिल पर फ्लैट होने के कारण आग बुझाने में करीब दो घंटे लगे। बड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई गई। आग बुझी तो अंदर जाकर देखा तो पूरे घर का सामान जलकर खाक हो चुका था। कमरे के अंदर ही एस प्रदीप की लाश मिली। पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है। हादसे में पत्नी सुरक्षित है।
थाना प्रभारी ने बताया कि निहारिका पहले बदहवाश थीं, जिस कारण वह कोई जानकारी नहीं दे पा रही थीं। दोपहर में पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे देर रात कार्यालय से आने के कारण विवाद हुआ था। विवाद के बाद मैं पति को कमरे में छोड़कर नीचे आ गई थी और यहीं टहल रही थी। इसके बाद मुझे पड़ोसियों द्वारा शोर मचाने पर पता चला कि मेरे फ्लैट में आग लग गई है।
पति ने आग लगाकर आत्महत्या की और उससे पूरा मकान जला या आग लगना हादसा है, यह निहारिका भी नहीं बता पा रहीं। वहीं, पुलिस यह पता लगा रही है कि आखिर किन परिस्थितियों में आग लगी। आगजनी एस प्रदीप द्वारा आत्महत्या करने के कारण घर में लगी या सुनियोजित तरीके से आग लगाई गई है। पुलिस हादसा, आत्महत्या और आग लगाकर हत्या सहित विभिन्न एंगल से जांच कर रही है।