मंदसौर जिला पुलिस अधिक्षक अनुराग सुजानिया ने प्रेस वार्ता मे थाना भावगढ़ विगत दिवस हुये भावगढ़ के अंधे कत्ल का किया खुलासा, महिला आरोपियां, द्वारा मृतक के साथ न जाने एवं गाली गलौच करना रहा हत्या की वजह…!
मंदसौर। मंध्यप्रदेश, मंदसौर जिला पुलिस अधिक्षक अनूराग सुजानिया ने पत्रकार वार्ता मे घटना का संक्षिप्त विवरणदेते हुए बताया की 21.01.2024 को ग्राम चोकीदार खोडाना द्वारा थाना भावगड पर सुचना दी कि खोडाना गुराडीया के कच्चे रास्ते पर एक लाल रंग की ब्रेजा कार जिसका नंबर डच्43ब्ठ 0143 में एक व्यक्ति ओंधे मुँह पड़ा हुआ है, ग्राम चोकीदार की सुचना पर पुलिस थाने से तुरंत टीम रवाना होकर घटना स्थल पहुंची जहाँ लाल रंग की ब्रेजा कार में एक व्यक्ति औंधे मुँह पड़ा हुआ दिखा जिसके शरीर पर गोलीयो के निशान थे उक्त प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस ग्रामीण मंदसौर सुश्री कीर्ति बघेल को तुरंत घटना स्थल रवाना किया गया तथा मामला प्रथम दृष्टया हत्या का होने से घटना स्थल पर एफएसएल टीम को बुलाया गया। मृतक की पहचान दिक्षांत पिता नवीन पंण्डिया निवासी रेल्वे कालोनी रतलाम होना पाया गया इस संबंध में मृतक के परिजनो को सुचित किया गया उसके बाद प्रकरण में देहाती नालसी लेकर थाने पर अपराध क्रमांक 12/2024 धारा 302 भादवी का अज्ञात आरोपी के विरुध्द पंजीबध्द किया गया।
आरोपी ने महिला से कहा तुम बोलो तो मैं उसे राते से हटा देता है। मेरे पास एक पिस्टल रखी हुई है।
एसपी श्री सुजानिया ने बताया की विवेचना के दौरान मुखबिर से सुचना के आधार पर दिक्षांत पण्डिया का ढोढर की एक युवती के घर आना जाना है व घटना के संबंध मे उक्त युवती को जानकारी है। मुखबिर सुचना के आधार पर ढोढर निवासी युवती से पुछताछ की गई प्रारंभिक पुछताछ के दौरान युवती द्वारा बताया गया की मैं मोहसिन पिता नजीम खा निवासी परवलिया थाना रिंगनोद को करीब 10 वर्षों से जानती हूं। मोहसिन मेरे पास पिछले 10 वर्ष से आ रहा है। करीब चार-पांच वर्ष से मोहसिन मेरे अच्छे संबंध हो गये थें। वह मुझे बहुत प्यार करने लगा था तथा मेरा सारा खर्चा उठाता था। करीब दो साल से मेरी पहचान दीक्षांत पिता नवीन प्रसाद पंडया उम्र 39 साल निवासी गुजराती चाल स्टेशन रोड रेलवे कालोनी रतलाम जिला रतलाम से हो गयी थी पिछले 6 महिने से दिक्षांत लगातार मुझसे रतलाम रहने की बात को लेकर जिद करता था व कई बार गाली-गलोच भी की जिससे मैं परेशान हो गयी थी लेकिन कभी भी पुलिस में रिपोर्ट लिखाने की हिम्मत नहीं कर पायी। इसी बीच मोहसिन का मेरे यहा ज्यादा आना जाना शुरु हो गया था। करीब एक महिने पहले जब मैं काफी परेशान थी तो मोहसिन के पुछने पर मैंने उक्त बात मोहसिन को बताथी थी तो उसने मुझसे बोला था कि तुम बोलो तो मैं उसे राते से हटा देता है। मेरे पास एक पिस्टल रखी हुई है। 20.101.24 को आरोपीया व दिशांत नीमच के जेतपुरा में शादी में गये थे जहाँ दिक्षांत के द्वारा फिर से रतलाम लेकर जाने की जिद की व गाली गलोज की गई उसी समय मोहसीन का फोन आने पर पूरी पटना बताई फिर मोहसीन ओर आरोपीया ने दिक्षांत को मारने का प्लान बनाया और दिक्षांत और आरोपीया के परवलिया पहुंचते ही पूर्व से सुनियोजित तरीके से मोहसीन पिता नजीम खान अपनी मोटर साईकल पर पिस्टल के साथ इंतजार कर रहा था जो दिक्षांत के आने पर मोहसीन ने दिक्षांत को 04 गोली मार दी जिससे मोके पर भी दिक्षांत की मोत हो गई दीक्षांत की बाडी सहित उक्त ब्रेजा कार को आरोपीया व मोहसिन ने खोडाना गुराडीया के कच्चे सुनसान रास्ते पर जाकर खडा कर दिया ओर मोहसिन अपनी काले रंग की बजाज प्लेटिना मोटर साईकल पर आरोपीया के साथ वापस अपने घर आ गये। विवेचना के दोरान मुखबिर सुचना के आधार पर मोहसीन के अखेपुर भागने की सुचना मिलने पर टीम रवाना की गई जिसमे थाना भावगढ़ क्षेत्र अंतर्गत भावगढ़- नांदवेल रोड के पास से आरोपी मोहसीन गिरफ्तार कर विधिवत मेमोरेण्डम लिया गया जिसमे आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकल व पिस्टल जप्त की गई। आरोपी द्वारा घटना में साक्ष्य छिपाने के लिए घटना के समय पहने कपडे व मोबाईल जला दिया गया जिसे विधिवत जप्ती पंचनामा बनाकर जप्त किया गया। आरोपी मोहसिन पूर्व से आपराधिक प्रवृत्ति का होकर बदमाश है व पूर्व से इसके खिलाफ थाना सैलाना, रिंगनोद व कालुखेडा में आर्म्स एक्ट व एनडीपीएस एक्ट के तहत आपराधिक प्रकरण पंजीबध्द है इसके अतिरिक्त उज्जैन, प्रतापगढ व अन्य जिलो से आपराधिक रिकार्ड के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा रही है। मोहसिन पिता नजीम खाँ जाती मुसलमान पठान निवासी परवलीया आरोपीया निवासी ढोढर थाना रिंगनोद जिला रतलाम को न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
अंधे कत्ल का किया खुलासा मामले मे इनका सराहनीय काय रर्हा-
निरीक्षक जितेंद्र सिंह सिसोदिया, थाना प्रभारी नारायणगढ़, कार्यवाहक निरीक्षक संजीव सिंह परमार, थाना प्रभारी दलौदा, उप निरीक्षक जोर सिंह डामोर, थाना प्रभारी भावगढ़, कार्यवाहक एएसआई मुन्नालाल नेका,एएसआई जितेंद्र सिंह चौहान,एएसआईहीरालाल अटरिया,एएसआई कल्याण सिंह चारण, प्रधान आरक्षक कार्यवाहक 680 कुलदीप सिंह चौहान , प्रधान आरक्षक 117 मुकेश राठौर, प्रधान आरक्षक 395 नेपाल सिंह , प्रधान आरक्षक आशीष बैरागी, महिला प्रधान आरक्षक 193 आशा कुमावत, थाना दलोदा, आरक्षक 919 हेमंत चौहान ,आरक्षक 631 अर्जुन सिंदल, आरक्षक 846 दशरथ धनगर, आरक्षक 695 देवेंद्र लबाना, आरक्षक 578 अनिल परमार, आरक्षक 887 कमलेश, आरक्षक 508 अनिल पाटीदार ,आरक्षक 352 सुनील काशी, महिला आरक्षक 455 दिव्या राठौर का सराहनीय योगदान रहा।