पटवारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा बीपीएल कार्ड बनाने के माम पर रिश्वत ले रहे थे, दोनो को लोकायुक्त पलिस ने गिरफ्तार किया
भोपाल। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के रैपुरा में एक पटवारी गरीबों के बीपीएल के कार्ड बनाने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। पटवारी ने कुल 20 हजार रुपए की डिमांड एक ही परिवार के तीन लोगों के सामने रखी थी। पीड़ित पक्ष ने सागर आकर लोकायुक्त एसपी से शिकायत की थी, जिसके बाद बुधवार सुबह टीम ने पटवारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस सागर ने इसकी तस्दीक की और पटवारी एवं आवेदक उमेश कुमार की बातचीत को रिकॉर्ड कराया जिसमें रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हुई, पटवारी ने आज शेष राशि 18,000/- रुपये के साथ आवेदक को पटवारी कार्यालय रेपुरा बुलाया।
शिकायतकर्ता के अनुसार यह था मामला
शिकायतकर्ता एडवोकेट उमेश कुमार प्रजापति ने लोकायुक्त पुलिस के सागर ऑफिस में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि पन्ना जिले की तहसील रैपुरा में गनेश लोधी, चेतराम लोधी, रायचंद लोधी द्वारा बीपीएल कार्ड बनवाने के लिए आवेदन दिया गया था। सदर पटवारी राम अवतार वर्मा एवं कंप्यूटर ऑपरेटर भागीरथ सेन द्वारा 8000 रुपए प्रति बीपीएल कार्ड रिश्वत की मांग की गई है। एक साथ 3 बीपीएल कार्ड बनवाने के लिए रिश्वत में ₹4000 का डिस्काउंट दिया गया। इस प्रकार कुल ₹20000 की रिश्वत मांगी गई। आवेदन पत्र के साथ ₹2000 जमा कराए गए। आरोपी कर्मचारियों की ओर से आवेदनकर्ताओं को कहा गया कि जब तक रिश्वत की रकम नहीं दी जाएगी, तब तक बीपीएल कार्ड की औपचारिकता पूरी नहीं की जाएगी।
तय समय पर लोकायुक्त की टीम आवेदक के साथ पटवारी कार्यालय रेपुरा पहुँच गई, आवेदक उमेश कुमार ने रिश्वत की शेष बची राशि 18,000/- रुपये पटवारी राम अवतार वर्मा के कहने पर कंप्यूटर ऑपरेटर भागीरथ सेन को दे दी और बाहर इंतजार कर रही लोकायुक्त की टीम को इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने पटवारी कार्यालय में छापा मारकर दोनों को रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया।
टीम ने बताया कि दोनों को बीपीएल कार्ड बनाने के एवज में 18 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।