दर्दनाक हादसा- एक दंपती ने अपने दो बेटों के साथ सुसाइड किया, पहले परिवार के साथ ली सेल्फी, जहर मिक्स कोल्ड्रींग्स बच्चों को लिपाकर सुलाया और फिर पति-पत्नी ले लगा ली फांसी, सुसाइड नोट मे लिखा-यह मेरी आखिरी फोटो है। आज के बाद हम कभी नहीं दिखेंगे, पुलिस जांच जारी
भोपाल। राजधानी भोपाल में गुरुवार सुबह भोपाल के रातीबड़ में । दंपती के शव घर में फांसी के फंदे पर लटके मिले। दोनों बच्चों को जहर देने की आशंका है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें कर्ज का जिक्र है।
जानकारी के अनुसार रातीबड़ थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के चार लोगों जिसमें पति-पत्नी और दो बच्चे हैं, चारों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि परिवार कर्ज के कारण काफी परेशान था, घटना की जानकारी मिलते ही रातीबड़ थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच के साथ की आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रातीबड़ थाना क्षेत्र में स्थित एक परिवार के लोगों ने फांसी लगा ली है, जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचकर शवों को पीएम के लिए भिजवाया गया है। रातीबड़ में स्थित शिव विहार कॉलोनी में भूपेंद्र विश्वकर्मा (38), पत्नी रितु विश्वकर्मा (35), बेटा ऋतुराज (3) और ऋषिराज (9) ने सुसाइड कर लिया है, सुसाइड नोट में दंपत्ति ने कर्ज का जिक्र किया है। इससे पहले चारों ने सेल्फी ली और इसके बाद दोनों बच्चों को कोल्ड ड्रिंक्स में सल्फास मिलाकर पिला कर बच्चों को सुला दिया, इसके बाद पति-पत्नी ने फांसी के फंदे पर लटककर सुसाइड कर लिया।
भूपेंद्र के बड़े भाई नरेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि उसने दोनों बच्चों और पत्नी के साथ देर रात सेल्फी कैप्चर की थी। कोल्ड ड्रिंक (माजा) में सल्फास मिलाकर दोनों बच्चों को पिला दिया। इसके बाद भूपेंद्र और उसकी पत्नी रितु, बच्चों के पास ही बैठे रहे। जब उन्हें दोनों बच्चों की मौत होने की पुष्टि हो गई, तो भूपेंद्र ने दो दुपट्टे को आपस में बांधकर फंदा बनाया और एक साथ फांसी लगाकर जान दे दी। नरेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि भूपेंद्र के घर से छह पैकेट सल्फास के मिले हैं।
भूपेंद्र विश्वकर्मा ने गुरुवार तड़के 4 बजे अपनी भतीजी रिंकी विश्वकर्मा को वॉट्सऐप पर सुसाइड नोट भेजा था। साथ ही पत्नी और दोनों बच्चों के साथ सेल्फी खींचकर भी भेजी। इस फोटो का कैप्शन लिखा- यह मेरी आखिरी फोटो है। आज के बाद हम कभी नहीं दिखेंगे। इन फोटो और सुसाइड नोट को रिंकी ने सुबह 6 बजे देखा और परिजनों को सूचना दी। रिंकी, मंडीदीप स्थित एक धागा फैक्टरी में काम करती है।