विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को पहले दिन जोरदार हंगामा, मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा, क्या कांग्रेस के काल में सब्जियों के भाव नहीं बढ़ते
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को पहले दिन जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष सीधी पेशाब कांड पर चर्चा कराना चाह रहा था। पहले 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित की गई। दोबारा सत्र शुरू हुआ तो विपक्ष सीधी कांड पर चर्चा के लिए अड़ गया। हंगामा ज्यादा होने पर सत्र को 12 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
15वीं विधानसभा का यह अंतिम सत्र है। इस सत्र के ठीक पहले मप्र के अलग-अलग इलाकों से आदिवासियों और दलितों के साथ हुई मारपीट और उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। मानसून सत्र में भी विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।
पीडब्लुडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा, क्या कांग्रेस के काल में सब्जियों के भाव नहीं बढ़ते। पहले महंगाई को लेकर सरकार गिर जाया करती थी। यह आदिकाल से होता आ रहा है। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा, टमाटर 100 से 70 पर आया है। जल्द भाव नियंत्रित होंगे।
रैगांव (सतना) से कांग्रेस विधायक कल्पना वर्मा टमाटर और मिर्च की माला पहनकर विधानसभा पहुंचीं। इस पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि यह मौसमी महंगाई है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। सिर्फ मध्यप्रदेश में महंगाई नहीं है, राजस्था में तो कांग्रेस की सरकार है, वहां क्या फ्री मिल रहा है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा, हमारे आदिवासी के सिर पर भाजपा नेता पेशाब करते हैं, महाकाल लोक में लूटमार की, सतपुड़ा भवन में दस्तावेज जला दिए। इन प्रमुख मुद्दों पर विधानसभा में चर्चा करेंगे।