मांगलिक भवन बनाने की मांग ग्रामीण करते रह गये और दो बीघा शासकीय भुमी पर गैहु फसल बो कर कर लिया अवैध अतिक्रमण
मंदसौर। शासन द्वारा पुरे प्रदेश मे शासकीय भुमीयों पर अवैध अतिकमणकर्ता को बेदखल किया गया लेकिन बहादरी मे दो बीघा से अधिक शासकीय गौचर की जमीन शिकायतों के बाद भी मुक्त नही हो पा रही.? भुमी सर्वे नम्बर 85 की शासकीय गौचर की भुमी पर अवैध अतिक्रमण का मामला विधायक की विकास यात्रा 11 फरवरी के दौरान ग्रामीणों के सामने आया। ग्रामीणों द्वारा सर्वे क्रमांक 85 पर सामुहिक मांगलिक भवन बनाने को आवेदन दिया गया। पटवारी पंचनामा मे उक्त भुमी सर्वे क्रमांक 85 पर सरताज अली पिता सुल्लतान अली निवासी बहादरी द्वारा अवैध रूप् से कब्जा कर गैहु की फसल बो कर अवैध अतिक्रमण करना पाया गया। उक्त गौचर की भुमी से अवैध अतिक्रमण हटाने की शिकायत 15 मार्च को तहसीलदार मंदसौर को की गई लेकिन आज दो माह से अधिक समय के बाद भी उक्त अवैध अतिक्रमणकर्ता के विरूद्ध कोई उचित कार्यवाही नही हुई। अब ग्रामीण मामले को अतिक्रमणकर्ता को किसी बड़े नेता का संरक्षण होने की बात कर रहे है। मामले को संदेही मानते हुए बादरी ग्रामीण उक्त भुमी को अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए कलेक्टर की जनसुनवाई मे दाबारा आवेदन देने का मन बना रहे है। मामला शासकिय गौचर की भुमी पर अवैध अतिक्रमण का है शासन प्रशान को तुरंत संज्ञान लिया जावे।
लाभमुनी चिकित्सालय के पास बादरी गांव सीतामउ फाटक मंदसौर तहसील की जो की शासकीय गौचर की भुमी है, उक्त भुमी शासन रिकार्ड मे सर्वे क्रमांक 85 पर 0.210 आरी दर्ज है। शहरी क्षेत्र से सटे बहादरी के उक्त क्षेत्र मे भुमी के दाम प्रतिबीघा 1 करोड़ से अधिक का अनुमानीत रेट आंका जा रहा है। प्रशासन की नाक के निचे करोड़ो रूपये की उक्त शासकीय भुीम 0.210 आरी उक्त अतिक्रमीत भुमी को कब अतिक्रमीण मुक्त करवाया जाऐगा.? इसी बात को लेकर ग्रामीण उच्च अधिकारयों तक शिकायत कर चुके है।
ग्रामीण उक्त सर्वे क्रमांक 85 पर सामुहिक मांगलीक भवन की मांग कर रहे है।