यज्ञ हमारी वैदिक परंपरा का सर्वोपरि विधान है, केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर ने मंदसौर नगर कालाखेत प्रांगण में महासोमयज्ञ में दी आहुतियां
मंदसौर। नगर कालाखेत प्रांगण में महासोमयज्ञ में केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर भी सम्मिलित हुई। और उन्होंने यज्ञशाला में यज्ञवेदी पर बैठकर आहुतियां दी।यज्ञशाला की परिक्रमा लगाई महासोमयज्ञ में शामिल होने पर स्वयं को सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने कहा कि हमारे भारत की संस्कृति सनातन परंपराओं पर ही आधारित है और यज्ञ हमारी वैदिक परंपरा का सर्वोपरि धार्मिक विधान है। उन्होंने कहा कि मंदसौर एक धार्मिक और ऐतिहासिक नगरी है यहां भगवान पशुपतिनाथ की दिव्य प्रतिमा विराजित है ऐसे धार्मिक नगर में सबसे बड़े महायज्ञ का होना वास्तव में इस क्षेत्र के लिए ही नहीं और पूरे के देश के लिए कल्याणकारी होगा।
पूर्व संस्कृति मंत्री और वर्तमान विधायक उषा ठाकुर भी महायज्ञ में सम्मिलित हुई और उन्होंने भी यज्ञ की महिमा को प्रतिपादित करते हुए इस महान आयोजन के लिए आयोजन समिति को साधुवाद दिया। सोनकच्छ के विधायक राजेश सोनकर, डग राजस्थान के विधायक कालूराम मेघवाल भी महासोम यज्ञ में आहुति देने आए और यज्ञशाला की परिक्रमा कर अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
’विधायक विपिन जैन और कांग्रेस परिवार भी शामिल हुआ महायज्ञ में’
मंदसौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपिन जैन भी उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सोनाली जैन के साथ जोड़े के रूप में महासमुंद यज्ञ में यज्ञ वेदी पर बैठे और वैदिक मंत्र कर के बीच आहुतियां लगे उनके साथ ही यज्ञशाला में कांग्रेस परिवार के 17 जोड़े यज्ञ करने सम्मिलित हुए। विपिन जैन ने अपने मनोभाव व्यक्त करते हुए कहा कि मंदसौर नगर की जो धार्मिक परंपरा है उसमें इस महायज्ञ का आयोजन एक विशिष्ट अवसर है। आयोजन समिति ने इस विराट महायज्ञ के आयोजन को साकार रूप देखकर वास्तव में बहुत ही प्रशंसनीय कार्य किया है उन्होंने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिस संकल्प के साथ यज्ञ में बैठे हैं वह ईश्वर अवश्य पूरा करेंगे।
शो मैया की शाला में मुख्य अत्याचार्य पूज्य बात वैश्णवाचार्य गोस्वामी पद्म भूषण डॉक्टर गोकुल उत्सव जी महाराज ने केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर तथा अन्य सभी जनप्रतिनिधियों को ठाकुर का ऊपर ना उड़ा कर आशीर्वाद प्रदान किया। आयोजन समिति के संयोजक आदि ने यज्ञशाला में यज्ञ में सम्मिलित हुए इन सभी जनप्रतिनिधियों का स्वागत किया।
’यज्ञशाला में हुआ ध्वजारोहण’
सोमयज्ञ के विधान में पांचवें दिवस सोमयज्ञ शाला में ध्वजारोहण किया जाता है। ऊंचे मचान पर पांच ध्वजा स्थापित की गई। पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में सांसद, समिति के अध्यक्ष प्रहलाद काबरा,रमेश भाई पारिख मुंबई, ब्रजेश जोशी ने ध्वज पूजन कर ध्वजारोहण किया गया।
’चरु प्रसादी खीर लेने उमड़ी भीड़’
महासोम यज्ञ के वैदिक विधान में पांचवें दिवस रात्रि के समय चरू यानी अभिमंत्रित खीर की प्रसादी का वितरण किया जाता है। विशेष कर निःसंतान दंपत्ति की गोद भराई कर यह प्रसाद उन्हें ग्रहण करने के लिए दिया जाता है। ताकि उन्हें संतान प्राप्त हो अन्य संकल्प पूरे होने की कामना करने वालों को भी यह प्रसाद वितरित होता है। तो यज्ञ शाला में चरु खीर प्रसाद दी को लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।