लोकायुक्त पुलिस ने रू. 5000 राशि रिश्वत लेते बनखेड़ी ग्राम पंचायत सरपंच को गिरफ्तार किया, प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर पंक्चर बनाने वाले गरीब से दुसरी किसत जारी करने के नाम पर मांगी थी राशि
भोपाल। मध्यप्रदेश, जबलपुर लोकायुक्त की पुलिस ने बनखेड़ी ग्राम पंचायत के सरपंच को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। फरियादी एक पंचर की दुकान चलाता था, जिसे कि कई दिनों से सरपंच रुपए के लिए परेशान कर रहा था।
दरअसल फरियादी नागराज को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राशि स्वीकृत हुई थी। जिसे सरपंच और सचिव के साइन के बाद ही जारी किया जाता है। मार्च 2025 में आवास योजना की प्रथम किस्त का भुगतान नागराज को हो चुका था, अब जल्द ही अगली किस्त मिलनी थी, जिसके लिए सरपंच कमल प्रसाद पटेल ने फरियादी से रिश्वत की मांग की थी। ग्राम बनखेड़ी तिगड्डा में साइकिल पंचर की छोटी सी दुकान चलाने वाले फरियादी नागराज के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह रिश्वत दे सके। कई बार सरपंच के सामने अपनी समस्या रखते हुए नागराज ने बताया कि आवास योजना की राशि मिल जाने के बाद जरूर पैसे दे देगा, पर अभी नहीं है।
नागराज की बातों को सरपंच कमल प्रसाद पटेल पर किसी भी तरह का असर नहीं हो रहा था, लिहाजा चेतावनी दी कि अगर 5 हजार रुपए नहीं मिले तो प्रधानमंत्री आवास योजना का राशि नहीं मिलेगी। सरपंच की चेतावनी से डरकर फरियादी ने गांव के अपने एक दोस्त को सारी बात बताई, जिसके बाद फैसला लिया गया कि सरपंच के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की जाएगी।
मझौली तहसील के ग्राम बनखेड़ी में रहने वाले फरियादी नागराज ने बुधवार को जबलपुर लोकायुक्त एसपी से सरपंच की शिकायत की। जांच के दौरान पाया कि आरोपी लंबे समय से परेशान कर रहा है। गुरुवार की दोपहर को नागराज ने रिश्वत के पैसे देने के लिए आरोपी को अपनी पंचर की दुकान पर बुलाया, इस दौरान लोकायुक्त पुलिस आसपास तैनात थी।
सरपंच कमल प्रसाद पटेल ने जैसे ही 5 हजार रुपए लिए तुरंत ही लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों उसे गिरफ्तार कर लिया। सरपंच के गिरफ्त में आते ही गांव में भीड़ लग गई, जिसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए लोकायुक्त पुलिस आरोपी सरपंच को सर्किट हाउस दो में लेकर आ गई। कार्रवाई के दौरान उप पुलिस अधीक्षक नीतू त्रिपाठी, इंस्पेक्टर नरेश बेहरा, इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके एवं लोकायुक्त जबलपुर का दल मौजूद रहा।