होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता, इस साल पूर्णिमा तिथि दो दिन। देखे होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, इस साल पूर्णिमा तिथि दो दिन होने के कारण होलिका दहन की तिथि को लेकर काफी समस्या उत्पन्न मानी जा रही है। होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है। इस बार होली का पर्व 8 मार्च को मनाया जा रहा और इससे एक दिन पहले यानी सात मार्च को होलिका दहन होगा। होलिका दहन की परंपरा आदि काल से चली आ रही है। कहते है, एक समय हिरणकश्यप नाम का असुर था। वह चाहता था कि सब लोग उसे भगवान मानें, लेकिन उसका पुत्र भक्त प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था। जो हिरणकश्यप को पसंद नहीं था। असुर की बहन होलिका को वरदान था कि वह अग्नि में नहीं जल सकती, हिरणकश्यप ने अपने पुत्र प्रह्लाद को मारने की इच्छा से होलिका को प्रह्लाद के साथ अग्निकुंड में बैठने को कहा लेकिन प्रह्लाद की भक्ति में इतनी शक्ति थी कि उस अग्नि में होलिका जल गई और प्रह्लाद बच गए। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 7 मार्च को शाम 6 बजकर 24 मिनट से 8 बजकर 51 मिनट तक है। यानि होलिका दहन के लिए 2 घंटे 27 मिनट का समय है। इसके साथ ही भद्रा काल का मुहूर्त 6 मार्च 2023 को शाम 4 बजकर 48 मिनट से शुरु होगा और 7 मार्च 2023 को सुबह 5 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। इसके बाद ही होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त शुरू होगा। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि प्रदोष व्यापिनी भद्रा रहित पूर्णिमा में होलिका दहन होता है. पूर्णिमा सोमवार शाम 4.18 से शुरू होकर मंगलवार शाम 6.10 बजे तक रहने से प्रदोष व्यापिनी फाल्गुनी पूर्णिमा सोमवार को संपूर्ण भारत में विद्यमान रहेगी. जबकि पूर्वी भारत के कुछ राज्यों में पूर्णिमा 2 दिन प्रदोष व्यापिनी रहेगी। पंचांग के अनुसार, इस साल पूर्णिमा तिथि दो दिन होने के कारण होलिका दहन कई जगहों पर 6 को तो कई जगहों पर 7 मार्च को होलिका दहन किया जा रहा है।